
बाड़मेर बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि बाड़मेर की राजनीति अब बदल चुकी है। इसको समझने की जरूरत है। लोगों के जहन के अंदर अपना स्थान बनाना है। कांग्रेस ने बाखासर से भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी। हेमाराम चौधरी जैसे वरिष्ठ लोगों भी बाइक पर बैठकर साथ चले। चौहटन, शिव भी गए। बाखासर और रोहिड़ी भी गए। रोहिड़ी दुनिया को बिना कोई विवाद करे किसी ने दिखाया तो वो कांग्रेस के लोगों ने दिखाया।
दरअसल, एआईसीसी सचिव एवं राजस्थान सहप्रभारी रित्विक मकवाना बाड़मेर-बालोतरा के प्रमुख कांग्रेसजन के साथ गुरुवार को महाबार रोड स्थित सफेद आकड़ा भवन में संवाद किया। मीटिंग में कार्यकर्त्ताओं को AICC पूर्व राष्ट्रीय सचिव व विधायक हरीश चौधरी ने सम्बोधित करने के दौरान कटाक्ष किए।
कांग्रेस ने 5 साल में 27 हजार बीघा ओरण दर्ज की, हमने रीलें नहीं बनाई, प्रचार-प्रसार नहीं किया
हरीश चौधरी ने बिना नाम लिए रविंद्र सिंह भाटी पर तंज कसते हुए कहा कि लोग बोलते हैं दुनिया को कुछ पता ही नहीं है। मैं आया हूं और पूरा बदलाव किया है। अपन लोग तेरे-मेरे और सोशल मीडिया पर लगे हुए हैं। वो दुनिया को बता रहे हैं कि आज से पहले जमीन का कुछ हुआ ही नहीं। 1 हजार बीघा जमीन (बईया गांव) ओरण के खाते में हो गई। ये बातें चल रही है। बीते 5 साल में कांग्रेस की सरकार में जैसलमेर की 27 हजार बीघा ओरण सरकारी खाते में दर्ज किया गया है। चौधरी ने कहा कि कई अखबारों में नहीं दिया, रीलें नहीं बनाई, कई धरने नहीं लगवाए, प्रचार-प्रसार नहीं किया।
बिना नाम लिए कहां धरने पर बैठे इस वजह से हुआ, लेकिन ऐसा नहीं
भाटी के सीएसआर फंड के बयान पर बोलते हुए चौधरी ने कहा कि 3.50 करोड़ हमने पंचायत को दिला दिए। अगर किसी ओर ने दिलाए है तो बता देना। कई जगह तो 35 करोड़ लगे हुए है। बस उनको बोलना और दिखाना है। जब हम लोगों को विधायक बनाया है, उसके तौर पर फैसले वहां पैरवी की या नहीं की। नहीं की। संबंधित विभाग के सेक्रेटरी से मिलकर बात की या नहीं। फैसला वहां से हो रहा है। वो लागू हो रहे हैं। अब कह रहे हैं कि मैं धरने पर बैठे इस वजह से लागू हुए। इस तरह की राजनीति में परिवर्तन आ रहा है। यह यहीं ए और बी टीम है। लोकसभा चुनाव में भी कह रहा था। आज भी कह रहा हूं। उनकी ए और बी टीम में अपन लोग लगे हुए हैं।
मानवेंद्र सिंह को टिकट कांग्रेस ने दी, स्थानीय नेताओं नाम तक नहीं लिया
हरीश चौधरी ने मानवेंद्रसिंह पर बोलते हुए कहा कि हमारे आदमी को एमएलए टिकट नहीं मिली। मानवेंद्र सिंह को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दी थी। सुनील परिहार और मानवेंद्रसिंह के विवाद में बाड़मेर के किसी नेता ने नाम नहीं लिया। मैं जिम्मेदारी से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सामने कह रहा हूं। बाड़मेर के किसी नेता चाहे मैंने, हेमाराम चौधरी या अन्य किसी नेता ने नाम नहीं लिया। तत्कालीन सीएम, प्रदेशाध्यक्ष और प्रभारी को जो ठीक लगें वो फैसला करें। विपक्ष ने उसी जहर (स्थानीय नेताओं पर आरोप लगाए) को लोकसभा चुनाव तक लेकर आए। इन सब की सच्चाई और हकीकत नहीं जाओंगे।
आपको बता दें कि शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी और बायतु विधायक हरीश चौधरी के बीच लोकसभा चुनाव में जमकर बयानबाजी हुई। इसमें थमने के बाद एक बार फिर हरीश चौधरी बिना नाम लिए कटाक्ष किए