
खबर: नरपत माली
धर्म के रंग में रंगी वस्त्र नगरी,श्वेत वस्त्र धारण कर शामिल हुए समाज के प्रबुद्धजन। महिला मंडल की कार्यकर्ता भी रही व्यवस्थाओं में
बालोतरा। श्री सांवलाजी भगवान मंदिर के नवनिर्मित प्रांगण में तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ। शोभायात्रा में गाजे-बाजे, भव्य झांकियों और भजन-संगीत के उल्लास के बीच समाज बंधु श्रद्धा में सराबोर नजर आए।
महंत निर्मलदास महाराज, महंत नृसिंहदास महाराज (समदड़ी) और संत सुखराम महाराज के पावन सानिध्य में इस धार्मिक आयोजन का शुभारंभ हुआ। बालिकाओं ने मंगल कलश धारण कर शोभायात्रा की अगुवाई की, जो आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही। शोभायात्रा में सांवलाजी भगवान की रथयात्रा के साथ-साथ विविध सांस्कृतिक झांकियां सजाई गई थीं, जिन्होंने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।
शोभायात्रा में झांकियों का क्रम इस प्रकार रहा:
पुष्प वर्षा, हवन ज्योत, 5 घोड़े बोली दाता क्रम से, छतरी, 6 व 4 ध्वजा, बैण्ड पार्टी सूरत, कलशधारी कन्याएँ, श्री गणपति मूर्ति, श्री सांवला जी भगवान मूर्ति, झांकी राम दरबार, हनुमान जी मूर्ति, पंजाबी बैण्ड, लक्ष्मीनारायण जी मूर्ति, झांकी बाबा रामदेवजी, श्री राधाकृष्ण मूर्ति, श्री सत्यनारायण जी मूर्ति, झांकी जोगमाया काला गोरा भैरू, 21 मेम्बर वाला बड़ा ढोल, श्री रामदरबार मूर्ति, श्री कुबेरदेव जी मूर्ति, श्री वरूणदेव जी मूर्ति, श्री धर्मराज जी मूर्ति, झांकी सांवला जी भगवान, मुख्य कलश इण्डा, स्वर्ण कलश, ध्वजा दण्ड, झांकी राधा कृष्ण, भजन मंडली, संत महात्मा के रथ।
इस पावन अवसर पर घाँची समाज ट्रस्ट के अध्यक्ष राणाराम परिहार ने बताया कि शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरती इस शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा कर सांवलाजी भगवान के प्रति अपनी आस्था और भक्ति भाव प्रकट किया। वातावरण भक्ति रस में रंगा नजर आया और भजनों की गूंज से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। डेढ़ से 2 किलोमीटर लंबी इस शोभायात्रा और झांकियों को देखने के लिए पूरे बालोतरा के लोग उमड़ पड़े। इस कार्यक्रम में पूरे घाँची समाज ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
भामाशाहों का सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें सभी बोलीदाताओं का साफा और माला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।
शाम को भजन संध्या का आयोजन किया गया,
जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक अशोक प्रजापत ने अपने सुमधुर भजनों से उपस्थित श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम का मंच संचालन राजू माली ने किया। तीन दिवसीय इस महोत्सव में धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन संध्याओं की श्रृंखला के माध्यम से श्रद्धालु सांवलाजी भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की.