
ख़बर:मनोहर खान
माहे रमजान सबकी खिदमत सबसे मुहब्बत का देता है संदेश : मौलाना सिद्दीकी
रोजा इफ्तार पार्टी से सामाजिक ताना बाना मजबूत होता है : अबरार
बाड़मेर। इस्लाम में रोजा का खास महत्व है। रोजा इस्लाम के पांच मूलभूत सिद्धांतों में एक है। रमजान का पांचवा रोजा दुआ का दरख्त है और अल्लाह की इबादत का सलीका सिखाता है। प्रत्येक व्यक्ति को नबी के संदेश सबकी खिदमत सबसे मुहब्बत का पैगाम देते हुए सभी धर्म का सम्मान करना चाहिए। यह बात जामा मस्जिद के मौलाना हाजी लाल मोहम्मद सिद्दीकी ने स्थानीय सिपाही मोहल्ला स्थित आशियाना ए कलसुम निशा पर आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी के दौरान कही। रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन सिपाही समाज के सफी मोहम्मद परिवार की ओर से किया गया था।
सिपाही वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी के संयोजक अबरार मोहम्मद ने बताया कि माहे रमज़ान मुबारक पर रोजा इफ्तार पार्टी से सामाजिक ताना बाना मजबूत होता है।। सिपाही परिवार द्वारा सामाजिक सद्भाव, आपसी भाईचारा और अपनत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मोमीन रोजेदारों को रोजा इफ्तार पार्टी दी गई। जो कि सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारे का प्रतीक है।
सिपाही परिवार के गुलाम मोहम्मद, शाह मोहम्मद , रजा मोहम्मद व सफी मोहम्मद ने बताया कि रमजान चिंतन और शुद्धि का महीना है। हमें इंसानियत की सेवा के लिए सदैव तैयार रहने की जरूरत है।। इससे बढ़कर कोई नेक कार्य नहीं। जो व्यक्ति इंसान की निःस्वार्थ भाव से सेवा करता, मदद करता है। उससे दिल को खुशी और रूह को सुकून मिलता है। साथ ही इंसानियत को बढ़ावा मिलता है।
इस अवसर हाजी सलीम खान, जाकिर हुसैन, मौलाना शेर मोहम्मद, कारी अलीम, रईस मोहम्मद, पेंटर इदरीश मोहम्मद, अबरार मोहम्मद, सलीम मोहम्मद, इकबाल मोहम्मद सिपाही, इमरान अली, शकील मोहम्मद, साबिर मोहम्मद, हसन मोहम्मद, अहर्निश मोहम्मद, यासिर मोहम्मद, हाजी हमीद खान, मौलाना मलिक, फैजल, अफजल सहित कईं मोमिन भाई बहिनें मौजूद रही।।