
रिपोर्टर: मनोहर खान
जिले के रक्तदाता और रक्त समूह बेहद सक्रिय : डा बीएल मसूरिया
बाड़मेर।। राजकीय चिकित्सालय के नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर के सेमिनार हॉल में थैलेसीमिया व हीमोफीलिया जागरूकता कार्यशाला का आयोजन चिकित्सालय के अधीक्षक डा बीएल मसूरिया की अध्यक्षता एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विष्णुराम विश्नोई के मुख्य आतिथ्य में किया गया। इस अवसर पर जिले की कई स्वयंसेवी रक्त सोसाइटियों के पदाधिकारियों एवं थैलीसीमिया से पीड़ित बच्चों के अभिभावकों ने शिरकत की।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए राजकीय चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ बी एल मसूरिया ने जिले की विभिन्न रक्त सोसाइटियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ब्लड बैंक में रक्त की कमी को दूर करने में जिले की स्वयंसेवी संस्थाओं व स्वैच्छिक रक्तदाताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जो कि थेलेसिमिया, हीमोफिलिया सहित गंभीर मरीजों के लिए आपातकाल में जीवनदान के लिए वरदान के रूप में बेहद सार्थक साबित हुई है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विष्णुराम विश्नोई ने थैलेसीमिया व हीमोफीलिया के लिए जागरूक रहने पर बल देते हुए इन बीमारियों के लक्षण व बचाव एवं इन रोगों से किस प्रकार सावधानी बरतनी चाहिए के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान डा विक्रम सिंह ने हीमोफीलिया व डा हरीश चौहान ने थैलीसीमिया विषय पर बारीकी से रोशनी डाली।।
वहीं कार्यशाला में ब्लड बैंक के डा मोतीलाल खत्री व डा रवि गोयल ने स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आमजन को प्रोत्साहित करने व रक्तदान को लेकर लोगों में फैली भ्रांतियों को दूर करने की बात करते हुए कहा कि रक्तदान से हम बीमार मरीज की जिंदगी बचा सकते है। वहीं रक्तदान से समाज में समरसता व गंगा जमुनी तहजीब को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस दौरान डा गोरधन सिंह चौधरी ने समय समय पर रक्तदान करने से होने वाले लाभों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रक्तविकार से संबंधित आनुवंशिक बीमारियों के संदर्भ मे क्या-क्या प्रयास किये जा रहे है। जैसे इस तरह के मरीजो के लिए नि:शुल्क इलाज, दवाएं व जांच के साथ दिव्यांगता एक्ट के लाभ और राज्य के विभिन मेडिकल कॉलेजों मे डे-केअर सेंटर की सुविधा, क्लीनिशन्स, फैमिली प्लानिंग काउंसलर, फील्ड ऑफिसर, फील्ड सहायक आदि का समय-समय पर प्रशिक्षण करवाना। विभिन्न आईसी गतिविधियों के माध्यम से लोगो मे जागरूकता पैदा कर इस तरह की बीमारियों को फैलने से रोकने के संबंध मे राज्य के प्रयासों की विस्तार से चर्चा की।
क्या है हीमोफिलिया – डा विक्रम सिंह ने बताया कि हीमोफीलिया आनुवंशिक रोग है जिसमें शरीर के अंदर और बाहर बहता हुआ रक्त रूक नहीं पाता है। इसके कारण ये चोट व दुर्घटना में जानलेवा साबित होती है। इस बीमारी में खून का थक्का जमाने वाले फैक्टर 8, फैक्टर 9 या फिर फैक्टर 7 और फैक्टर 11 आदि की कमी हो जाती है। इससे शरीर के भीतरी या बाहरी हिस्सों में खून का रिसाव होने लगता है। रिसाव के चलते हाथ-पैर के जोड़ खराब होने लगते हैं। रिसाव रोकने के लिए ऊपर से फैक्टर लगाए जाते हैं। इससे ज्यादातर पुरुष प्रभावित होते हैं। 5 हजार की आबादी पर एक व्यक्ति इससे पीड़ित होता है उन्होंने हीमोफीलिया के लक्षण व उपचार के बारे में विस्तृत जानकारीदी।
क्या है थैलेसीमिया– शिशु रोग के विभागाध्यक्ष डा हरीश चौहान ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि थैलासीमिया बच्चों को माता पिता से अनुवांशिक तौर पर मिलने वाला रक्त रोग है। इस रोग के होने पर शरीर की हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया में गड़बड़ी हो जाती है। जिसके कारण रक्तक्षीणता के लक्षण प्रकट होते है। इसमें खून में हीमोग्लोबिन बनना कम हो जाता है, जिससे पीड़ित को हर महीने खून चढ़वाना पड़ता है। बार.बार खून चढ़ाने से शरीर में आयरन जमा हो जाता है, जिसे कम करने के लिए दवाएं खानी पड़ती हैं। उन्होंने पैथोलॉजी ने थैलेसेमिया से बचाव के उपायों पर विस्तार चर्चा कर समस्त प्रतिभागियों को लाभान्वित किया ।
कार्यशाला में रक्त सोसाइटियों का जताया आभार
ब्लड बैंक में रक्त की कमी को दूर करने एवं आपातकाल में रक्त मुहैया करवाने वाली स्वयंसेवी रक्त सोसाइटी के संचालकों का ब्लड सेंटर की ओर से आभार जताया।। इस दौरान थार रक्तदाता समूह के संयोजक रमेशसिंह इंदा, मालानी रक्तदाता समूह के संयोजक अजयनाथ गोस्वामी, साथी रक्तदाता समूह के संयोजक अबरार मोहम्मद, ह्यूमैनिटी रक्त सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष भूटा खान जुनेजा, महिला संगठन की अध्यक्षा अनीता सोनी, टीम आजाद के मुल्तान सिंह महाबार, नवजीवन रक्तकोष फाउंडेशन बायतु के सईद मंसूरी, रक्त योद्धा सोसाइटी के राजेश बेनीवाल, सीसीआई कोचिंग सत्ताराम, ह्यूमैनिटी से एडवोकेट मेहमूद खान, बरकत भाई आरिसर इत्यादि रक्तदाताओं ने अपने रक्त समूहों द्वारा किए का रहे कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
ये रहे मौजूद : इस अवसर पर डॉ पंकज अग्रवाल, डा शिवजी राम, डा वीरेंद्र सिंगारिया, जीएनएमटीसी के प्रधानाचार्य मंगलाराम विश्नोई, ब्लड सेंटर के एलए ललित मोहन खत्री, एलटी गणपत गढ़वीर, बाबूलाल, भलाराम, रायचंद राम, डाटा मैनेजर अबरार मोहम्मद, पीआरओ जोगेंद्र कुमार माली, काउंसलर शिवलाल बॉस उपस्थिति रहे। कार्यक्रम का संचालन डा एमएल खत्री व आभार डा रविगोयल ने किया।।