
बालोतरा: हीटवेव अलर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क, नाहटा अस्पताल में मॉकड्रिल आयोजित
प्रदेश में लगातार बढ़ते तापमान और मौसम विभाग द्वारा जारी हीटवेव अलर्ट के मद्देनज़र बालोतरा में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। गर्मी के कारण होने वाली बीमारियों, विशेषकर हीट स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए नाहटा जिला अस्पताल में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया।
मॉकड्रिल के दौरान दो ‘हीट स्ट्रोक’ पीड़ित मरीजों को अस्पताल में लाया गया — एक मरीज बालोतरा रिफाइनरी क्षेत्र से जबकि दूसरा देवनगर (सिवाना फाटा) से लाया गया। मॉकड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में स्वास्थ्य व्यवस्था की तत्परता को परखना था।
जिला अस्पताल में 10 बिस्तरों का विशेष ‘हीट स्ट्रोक वार्ड’ तैयार किया गया है, जहाँ एयर कूलिंग की व्यवस्था के साथ-साथ तत्काल प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। मॉकड्रिल के दौरान चिकित्सा टीम ने मरीजों का त्वरित परीक्षण कर आवश्यक उपचार शुरू किया।
इस अवसर पर जिला चिकित्सा अधिकारी स्वयं मौके पर मौजूद रहे और अस्पताल की तैयारियों का जायज़ा लिया। उन्होंने अस्पताल स्टाफ को सतर्कता बरतने और हर स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग की अपील:
जिला स्वास्थ्य विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे गर्मी के मौसम में विशेष सावधानी बरतें। सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में निकलने से बचें, अधिक से अधिक पानी पिएं, हल्के व सूती कपड़े पहनें और बुजुर्गों तथा बच्चों का विशेष ध्यान रखें। साथ ही, लक्षण दिखने पर तुरंत नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
क्या है हीट स्ट्रोक
हीट स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है जो अत्यधिक गर्मी के कारण शरीर का तापमान असंतुलित हो जाने पर होता है। इसके लक्षणों में अत्यधिक पसीना, सिर दर्द, चक्कर आना, मांसपेशियों में अकड़न और बेहोशी शामिल हैं। समय पर इलाज न मिलने पर यह जानलेवा भी हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग की इस पहल का उद्देश्य समय रहते व्यवस्था को दुरुस्त करना और नागरिकों को जागरूक करना है ताकि किसी भी आपात स्थिति में जान-माल की क्षति को रोका जा सके।