
संघ ने हत्या में शामिल दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा देने और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने को लेकर दिया ज्ञापन
बालोतरा ज्ञापन देकर बताया गया कि हमारे देश में आए दिन पत्रकारों पर कातिलाना, जानलेवा हमले हो रहे हैं. सरे आम पत्रकारों की हत्याएं हो रही हैं, धमकियां मिल रही है. जिस कारण लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाने वाला मीडिया आज सुरक्षित नहीं है, अपनी जान हथेली पर लेकर पत्रकारिता करने को मजबूर है।
देश के छत्तीसगढ़ राज्य में जिस तरह से कातिलों ने मुखर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बड़ी क्रूरता से निर्मम हत्या कर दी गई, जिससे हत्यारों के हौसले बुलंद है लेकिन लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकार संघ आज डर के साए में जनहित की खबरै जुटाने में मजबूर है।
पत्रकारिता पर हमले तथा जानलेवा धमकियों की देशभर से अलग अलग खबरें आना निःसंदेह पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर मामला है, लेकिन इस पर अभी तक सरकारी दवारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे पत्रकारी की कलम मुरझा रही है तथा बदमाश अष्टों के हथियार पैने हो रहे हैं।
इस ज्ञापन द्वारा कहा गया कि मुकेश चंद्राकर पर जानलेवा हमले सहित देश-प्रदेश में पत्रकारों पर लगातार हो रहे जानलेवा हमलों, हत्या सहित जान से मारने की धमकियी की घटनाओं को देखते हुए हुए राजस्थान राज्य में भी महाराष्ट्र व उत्तरप्रदेश की तर्ज पर पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्र लागू करना परम आवश्यक हो गया है।
छत्तीसगढ़ के मृतक पत्रकार मुकेश चंद्राकर के हत्यारों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए राजस्थान तथा छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में पत्रकार सुरक्षा रक्षा कानून लागू करते हुए लोकतंत्र की स्वतंत्र अभिव्यक्ति के रखक पत्रकारों को भयमुक्त वातावरण दिया जाए।
इस दौरान बालोतरा जिला के पत्रकार बंशी चोधरी, मुकेश राठोड़, योगेश सोनी, राणीदान रावल,विरम देव,रामलाल, विकास माली ,युवराज सिंह, संतोष ,वह कहीं पत्रकार गण मोजूद रहें