
रावल किशन सिंह जसोल के मार्गदर्शन में भक्तों के लिए उपलब्ध करवाई जा रही उत्कृष्ट प्रबंधन के साथ बेहतरीन सुविधाएं :- महेंद्र रंगा
जसोल :- श्री महेंद्र रंगा (मुख्य आयुक्त अप्रत्यक्ष कर, सीमा शुल्क एवं सीजीएसटी-जयपुर) ने फील्ड निरीक्षण के दौरान जसोलधाम पहुंचकर दर्शन लाभ लिया। दर्शन लाभ से पूर्व उन्होंने श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल के अध्यक्ष तथा मुख्य आयुक्त (सेवानिवृत्त), सीमा शुल्क एवं उत्पाद शुल्क -बड़ौदा, गुजरात (आईआरएस सीई 1976) रावल किशन सिंह जसोल से उनके निवास स्थान रावलगढ़ में शिष्टाचार मुलाकात की।
संस्थान की व्यवस्थाओं का अवलोकन
जसोलधाम दर्शन लाभ उपरांत मुख्य आयुक्त महेंद्र रंगा ने संपूर्ण परिसर का अवलोकन किया और संस्थान द्वारा की गई व्यवस्थाओं को सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि रावल किशन सिंह जसोल ने अपने सरकारी सेवा कार्यों के दौरान पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से कार्य करते हुए अपनी अमिट छाप छोड़ी एवं हमारे लिए हमेशा प्रेरणादायक रहे। अपनी सेवानिवृति के पश्चात रावल साहब के मार्गदर्शन में जसोलधाम में भक्तों के लिए उत्कृष्ट प्रबंधन के साथ बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।
संस्थान समिति सदस्य कुं. हरिश्चंद्रसिंह जसोल ने मुख्य आयुक्त को भक्तों की सुविधाओं के लिए किए गए समस्त कार्यों की जानकारी दी।
सम्मान और इतिहास से परिचय
इस अवसर पर संस्थान की ओर से मुख्य आयुक्त महेंद्र रंगा को महेचा राठौड़ों का इतिहास पुस्तक और श्री रावल मल्लीनाथ जी एवं उनकी राणी श्री रूपादे जी की तस्वीर भेंट की गई। इस सम्मान को स्वीकार करते हुए रंगा साहब ने संस्थान के प्रति आभार व्यक्त किया।
संस्थान के प्रयासों की प्रशंसा
मुख्य आयुक्त ने संस्थान द्वारा धार्मिक और सामाजिक स्तर पर किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जसोलधाम एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है साथ ही साथ यहां की व्यवस्थाएं और परंपराएं समाज को जोड़ने का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती हैं।
जसोलधाम की यह यात्रा उनके लिए गौरव का विषय बनी और साथ ही उन्होंने इस धार्मिक यात्रा को अपने जीवन का एक सुनहरा पल बताया।