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गणतंत्र दिवस पर श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान ने 27 विद्यालयों में वितरित किया मां का प्रसाद

बालोतरा जसोल

बालोतरा:- श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल ने सामाजिक सरोकार कार्यों के तहत प्रतिवर्ष की भांति गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में बालोतरा जिले की विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी 27 विद्यालयों में कुल 7475 मिष्ठान (लड्डू) पैकेट मां के प्रसाद का वितरण कर राष्ट्रीय पर्व को विशेष रूप से मनाया।

रावल किशन सिंह जसोल की प्रेरणा से जारी सामाजिक सेवा

संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल की प्रेरणा से संस्थान पिछले कई वर्षों से शिक्षा और सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य कर रहा है। गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर मिष्ठान वितरण की परंपरा लंबे समय से जारी है, जो संस्थान के सेवा-भाव को दर्शाता है।

 

27 स्कूलों में हुआ मां के प्रसाद वितरण

इस वर्ष संस्थान ने बालोतरा जिले के 27 सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में मां का प्रसाद वितरित किया। इस पहल को लेकर विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों, शिक्षकों, स्कूल प्रशासन, उपस्थित प्रबुद्धजनों इव ग्रामवासियों ने सराहना की। एवं सभी ने इस नेक कार्य को लेकर संस्थान अध्यक्ष को धन्यवाद प्रेषित किया।

शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में योगदान। 

श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल शिक्षा सहित सामाजिक कार्यों में अपने योगदान के लिए जाना जाता है। संस्थान के इन प्रयासों से समाज में सेवा और समर्पण की भावना को बढ़ावा मिलता है।

प्रसाद के माध्यम से विकास का संदेश।

संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने मां के प्रसाद साथ भेजे अपने संदेश में कहा कि यह दिन हमें हमारे संविधान, स्वतंत्रता सेनानियों और लोकतांत्रिक मूल्यों की याद दिलाता है। यह अवसर केवल जश्न मनाने का नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और हमारे देश, समाज एवं हमारे नवीन जिले के भविष्य को लेकर एक नई सोच विकसित करने का भी है। हमारा बालोतरा जिला अपनी समृद्ध संस्कृति, परंपरा और गौरवशाली इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन, आधुनिक समय में हमें अपनी विकास यात्रा को सतत विकास की ओर मोड़ने की आवश्यकता है। हमें अपने जिले के प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करना होगा। जल संरक्षण के लिए नई तकनीकों का उपयोग और वृक्षारोपण अभियान जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करना चाहिए। सौर ऊर्जा और अन्य अक्षय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग बढ़ाना बालोतरा को एक आत्मनिर्भर जिला बना सकता है। शिक्षा के माध्यम से नई पीढ़ी को कौशलयुक्त बनाना और स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देना, युवाओं को रोजगार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। राष्ट्र निर्माण का आधार उसके नागरिक होते हैं। एक सशक्त राष्ट्र तभी बन सकता है जब उसके नागरिक शिक्षित, जागरूक और कर्तव्यनिष्ठ हों। हमें अपने युवाओं में नेतृत्व और सेवा भाव पैदा करना होगा। साथ ही महिला सशक्तिकरण और उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करना समाज की उन्नति के लिए अनिवार्य है। हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भारत के लिए एक ऐसा सपना देखा था जिसमें विकास, सुशासन और सामाजिक समरसता का अद्भुत समन्वय हो। अटल जी का सपना था कि भारत एक ऐसा देश बने जो अपनी जड़ों से जुड़ा हो और आधुनिकता को अपनाते हुए आगे बढ़े। उनका “सर्व शिक्षा अभियान,” “स्वर्णिम चतुर्भुज योजना” और “भारत निर्माण योजना” जैसे कार्यक्रम हमारे विकास की नींव हैं। हमें उनके आदर्शों को आत्मसात कर, बालोतरा को एक ऐसा जिला बनाना है, जो पूरे देश के लिए प्रेरणा बने।

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