
बालोतरा। कृषि उपज मंडी समिति एवं फल-सब्जी मंडी एसोसिएशन ने न्यू फल-सब्जी मंडी प्रांगण की अव्यवस्थाओं के समाधान की मांग को लेकर बुधवार को उपखंड अधिकारी एवं जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने मंडी में सफाई, सुरक्षा, चारदीवारी निर्माण, आवारा पशुओं की समस्या, सुलभ कॉम्पलेक्स और स्पीड ब्रेकर जैसी प्रमुख समस्याओं के त्वरित समाधान की मांग की।
मंडी में फैली अव्यवस्थाएं, व्यापारियों को हो रहा नुकसान
बालोतरा की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी कृषि उपज मंडी के पास मूंगड़ा रोड पर स्थित है, जहां 50 किलोमीटर दूर से व्यापारी रोजाना सुबह 4 बजे व्यापार के लिए पहुंचते हैं। मंडी में महिलाओं एवं पुरुषों की बड़ी संख्या में आवाजाही रहती है, जिससे यहां रोजाना सुबह 4 बजे से 10 बजे तक मेले जैसा माहौल बन जाता है। बावजूद इसके, पिछले 5-6 महीनों से मंडी में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है।
व्यापारियों ने बताया कि मंडी में आवारा सुअरों और अन्य पशुओं का आतंक बढ़ गया है, जिससे व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गंदगी और असुरक्षा के कारण व्यापारी एवं ग्राहक दोनों असहज महसूस करते हैं। व्यापारियों का कहना है कि यदि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे 1 फरवरी 2025 से कृषि उपज मंडी समिति द्वारा लिया जा रहा K.K.F. शुल्क जमा नहीं करेंगे।
व्यापारियों की प्रमुख मांगें
चारदीवारी निर्माण: मंडी की सुरक्षा एवं आवारा पशुओं की समस्या को रोकने के लिए चारदीवारी का निर्माण किया जाए।
सफाई व्यवस्था: मंडी में नियमित सफाई हेतु स्थाई सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएं।
सुरक्षा व्यवस्था: मंडी में स्थाई रूप से गेटमैन नियुक्त किया जाए, ताकि चोरी की घटनाओं पर रोक लग सके।
सुलभ कॉम्पलेक्स निर्माण: व्यापारियों एवं ग्राहकों की सुविधा के लिए शौचालयों की व्यवस्था की जाए।
स्पीड ब्रेकर निर्माण: मंडी के बाहर तेज गति से वाहनों के संचालन को नियंत्रित करने के लिए स्पीड ब्रेकर लगाए जाए।
व्यापारियों ने उठाई आवाज: मंडी व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
अध्यक्ष चेतन कच्छवाह ने कहा, “चारदीवारी न होने से व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। आवारा जानवर सब्जियों को खा जाते हैं और चोरी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। ग्राहक भी असुरक्षित महसूस करते हैं।”
सचिव सुरेश राजपुरोहित ने कहा, “मंडी में सफाई व्यवस्था बेहद खराब है। गंदगी के कारण बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है, साथ ही सुरक्षा के अभाव में व्यापारियों को परेशानी उठानी पड़ती है।”
सब्जी विक्रेता छगन माली ने कहा, “मंडी में सुलभ कॉम्पलेक्स की कमी के कारण व्यापारियों को खुले में शौच के लिए मजबूर होना पड़ता है, जिससे गंदगी और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। स्पीड ब्रेकर न होने से दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।”
प्रशासन से जल्द समाधान की मांग
व्यापारियों ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द इन समस्याओं के समाधान की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे और मंडी समिति को शुल्क देना बंद कर देंगे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन व्यापारियों की इन गंभीर समस्याओं को लेकर क्या कदम उठाता है।