
राजस्थान के बाड़मेर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यहां एक 17 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की के गर्भवती होने का मामला प्रकाश में आया, जिसके बाद जांच की गई तो खुलासा हुआ कि उसके साथ कई बार दुष्कर्म हुआ है। इस घटना ने न केवल परिजनों बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है।
स्कूल में बिगड़ी तबीयत, फिर हुआ बड़ा खुलासा
यह मामला तब सामने आया जब पीड़िता, जो कि राजस्थान बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा दे रही थी, अचानक परीक्षा के दौरान अस्वस्थ महसूस करने लगी। उसकी तबीयत इतनी बिगड़ गई कि स्कूल प्रशासन को परिजनों को सूचित करना पड़ा। जब परिजन पहुंचे, तो बच्ची की हालत को देखते हुए वे उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए।
अस्पताल में डॉक्टरों ने उसका चेकअप किया, लेकिन जो खुलासा हुआ, उसने सभी को हैरान कर दिया। मेडिकल जांच में पता चला कि नाबालिग लड़की तीन महीने की गर्भवती है। यह सुनकर परिजन स्तब्ध रह गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
जैसे ही पुलिस को इस मामले की सूचना मिली, वे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे और नाबालिग के बयान दर्ज किए। पूछताछ में लड़की ने खुलासा किया कि उसके साथ कई बार बलात्कार किया गया था। उसने बताया कि यह अपराध लंबे समय से चल रहा था, लेकिन डर और समाज के दबाव के कारण वह किसी को कुछ भी बताने की हिम्मत नहीं जुटा सकी।
पुलिस ने बच्ची के बयान के आधार पर पॉक्सो एक्ट और अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। अपराधियों की पहचान के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं, जो जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही हैं।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, न्याय की मांग
इस घटना के बाद पीड़िता का परिवार सदमे में है। बच्ची के माता-पिता अपनी बेटी के साथ हुए इस जघन्य अपराध से पूरी तरह टूट चुके हैं। वे पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहे हैं और चाहते हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।
बाड़मेर में पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
बाड़मेर और राजस्थान के अन्य हिस्सों में पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां नाबालिग बच्चियों को शिकार बनाया गया है। बावजूद इसके, अपराधियों के हौसले कम नहीं हो रहे हैं। यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि समाज में लड़कियों की सुरक्षा को लेकर अभी भी बड़ी चुनौतियां बनी हुई हैं।
सरकार और प्रशासन को उठाने होंगे सख्त कदम
इस जघन्य अपराध ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक बच्चियां इस तरह की दरिंदगी का शिकार होती रहेंगी? सरकार और प्रशासन को ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करनी होगी और दोषियों को जल्द से जल्द सख्त सजा देनी होगी।
इसके अलावा, समाज को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रति अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, साथ ही स्कूलों और अन्य संस्थानों को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे ताकि बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार करने की बात कह रही है। वहीं, पीड़िता को उचित मेडिकल सहायता और मानसिक संबल दिए जाने की जरूरत है ताकि वह इस भयानक अनुभव से उबर सके।